भगवान श्री कृष्ण पर निबंध (Lord Krishna Essay in Hindi)

सोलह कलाओं में निपुण भगवान श्री कृष्ण को लीलाधर भी कहते है। उन्होंने जन्म ही लीलाओं के साथ लिया था। भगवान कृष्ण का बचपन विभिन्न कथाओं से भरा है। वे सभी के घरों से मक्खन चुराते थे

भगवान श्री कृष्ण पर निबंध (Lord Krishna Essay in Hindi)

भगवान श्री कृष्ण पर निबंध (Lord Krishna Essay in Hindi)

सभी देवताओं में सबसे श्रेष्ठ श्री कृष्ण की लीलाएँ दुनिया भर में विख्यात है। इनके जैसी मनमोहक और अनुपम जीवन लीला और किसी भी देवता की नहीं। श्री विष्णु के दस अवतारो में से आँठवा अवतार श्री कृष्ण का था।

परिचय

सभी देवताओं में सबसे श्रेष्ठ श्री कृष्ण की लीलाएँ दुनिया भर में विख्यात है। इनके जैसी मनमोहक और अनुपम जीवन लीला और किसी भी देवता की नहीं।

भगवान कृष्ण विष्णु के आठवें अवतार हैं। वे हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं और उन्हें प्रेम, करुणा और शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था और उन्होंने अपने जीवन में कई चमत्कार किए। वे एक महान योद्धा भी थे और उन्होंने महाभारत युद्ध में पांडवों की मदद की। कृष्ण के जीवन और कार्यों को कई धार्मिक ग्रंथों में वर्णित किया गया है, जिनमें महाभारत, भागवत पुराण और गीता शामिल हैं।

कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। उनके पिता वासुदेव और माता देवकी थे। कृष्ण के जन्म से पहले एक भविष्यवाणी की गई थी कि कंस, जो मथुरा का राजा था, को कृष्ण द्वारा मार दिया जाएगा। कंस ने कृष्ण को मारने की कोशिश की, लेकिन कृष्ण ने बच निकले और गोकुल में पले-बढ़े।

कृष्ण गोकुल में एक चरवाहा थे। वे एक शरारती बच्चे थे, लेकिन वे बहुत दयालु और करुणावान भी थे। वे गोकुल की गोपियों से बहुत प्यार करते थे और उन्होंने उनके साथ कई चमत्कार किए।

कृष्ण एक महान योद्धा भी थे। उन्होंने महाभारत युद्ध में पांडवों की मदद की और उन्होंने कौरवों को हराया। कृष्ण ने गीता में अर्जुन को आत्मज्ञान का उपदेश दिया। गीता एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक ग्रंथ है और इसे दुनिया भर में पढ़ा जाता है।

कृष्ण एक लोकप्रिय हिंदू देवता हैं और उन्हें प्रेम, करुणा और शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। उनके जीवन और कार्यों को कई धार्मिक ग्रंथों में वर्णित किया गया है और वे आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

कृष्ण के कुछ सबसे प्रसिद्ध लीलाओं में शामिल हैं:

  • कंस से बचना: कृष्ण ने अपने जन्म के तुरंत बाद कंस से बचने के लिए कई चमत्कार किए। उन्होंने एक मटकी में छिपकर नदी पार की और गोकुल में पले-बढ़े।
  • गोवर्धन लीला: कृष्ण ने एक बार एक भयंकर बारिश से गोकुल को बचाने के लिए गोवर्धन पहाड़ को अपनी उंगली पर उठाया।
  • रास लीला: कृष्ण ने गोकुल की गोपियों के साथ रास लीला की, जो एक प्रेम नृत्य है।
  • अर्जुन को गीता का उपदेश: कृष्ण ने महाभारत युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। गीता एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक ग्रंथ है जो जीवन के अर्थ और उद्देश्य के बारे में बताता है।

श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्णा कहते हैं-

यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।

अभ्युथानम् अधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥

परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।

धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे-युगे॥

प्रभु श्रीकष्ण, अर्जुन से कहते हैं, ‘जब-जब अधर्म अपना सर उठाएगा और धर्म का नाश होगा, तब-तब सज्जनों के परित्राण (कल्याण) और दुष्टों के विनाश के लिए मैं विभिन्न युगों में आता रहूँगा।’

कृष्ण एक आदर्श व्यक्ति और एक महान शिक्षक थे। उन्होंने अपने जीवन और कार्यों से लाखों लोगों को प्रेरित किया है। वे आज भी हिंदुओं के लिए एक लोकप्रिय देवता हैं और उन्हें प्रेम, करुणा और शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।

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