रक्षा बंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi)

रक्षा बंधन का त्योहार भाई बहन के प्यार का प्रतिक है, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है। रक्षा बंधन पर बहन भाई की कलाई पर राखी बंधती और उसके सुखी जीवन की प्राथना करती है। इसके साथ ही बहन बहन से अपनी सुरक्षा का वचन लेती है। रक्षा बंधन हिन्दुओं को प्रमुख त्योहार है, जिसे पूरे भारत समेत अन्य देशों में भी मनाया जाता है। Raksha Bandhan Essay in Hindi

रक्षा बंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi)

रक्षा बंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi)


परिचय

रक्षा बंधन एक हिंदू और जैन त्योहार है, जो हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. यह त्योहार भाई-बहन के बीच प्रेम और स्नेह का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और बदले में भाई उन्हें आशीर्वाद देते हैं और उनकी रक्षा का वचन देते हैं.

रक्षा बंधन का इतिहास

रक्षा बंधन के त्योहार के साथ जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं हैं

रक्षा बंधन का इतिहास बहुत पुराना है और यह हिंदू धर्म के साथ जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि यह त्योहार भगवान कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा के बीच प्रेम और स्नेह के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. एक बार भगवान कृष्ण जब छोटे थे, तब उन्होंने एक राक्षस से सुभद्रा की रक्षा की थी. तब से ही सुभद्रा ने हर साल भगवान कृष्ण को राखी बांधी और उनकी रक्षा का वचन लिया.

रक्षा बंधन के त्योहार के साथ जुड़ी एक और कथा के अनुसार, एक बार देवताओं और असुरों में युद्ध आरंभ हुआ। युद्ध में हार के परिणाम स्वरूप, देवताओं ने अपना राज-पाठ सब युद्ध में गवा दिया। अपना राज-पाठ पुनः प्राप्त करने के लिए देवराज इंद्र देवगुरु बृहस्पति से मदद की गुहार करने लगे। तत्पश्चात देव गुरु बृहस्पति ने श्रावण मास के पूर्णिमा के प्रातः काल में निम्न मंत्र से रक्षा विधान संपन्न किया।

“येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः।

तेन त्वामभिवध्नामि रक्षे मा चल मा चलः।”

इस पुजा से प्राप्त सूत्र को इंद्राणी ने इंद्र के हाथ पर बांध दिया। जिससे युद्ध में इंद्र को विजय प्राप्त हुआ और उन्हें अपना हारा हुआ राज पाठ दुबारा मिल गया। तब से रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाने लगा।

रक्षा बंधन के त्योहार के साथ जुड़ी एक और कथा के अनुसार, एक बार जब भगवान राम वनवास में थे, तब उनकी बहन द्रौपदी ने उन्हें राखी बांधी और उनकी रक्षा का वचन लिया. तब से ही भगवान राम ने द्रौपदी को अपनी बहन मान लिया और उनकी रक्षा का वचन लिया.

रक्षा बंधन का त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों के घर जाती हैं और उन्हें राखी बांधती हैं. भाई बहनों को आशीर्वाद देते हैं और उनकी रक्षा का वचन देते हैं. इस दिन परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती हैं.

रक्षा बंधन को भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे कि राखी, सलूनो, भैया दूज आदि। इस दिन बहनें अपने भाइयों को उपहार देती हैं और उनके लिए अच्छा स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा का वचन लेते हैं।

रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के बीच प्रेम और स्नेह का प्रतीक है. यह त्योहार हमें सिखाता है कि परिवार का महत्व क्या है. यह त्योहार हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने परिवार के सदस्यों की रक्षा करनी चाहिए और उन्हें हमेशा खुश रखना चाहिए.

रक्षा बंधन का त्योहार एक शुभ त्योहार है. यह त्योहार हमें खुशी, प्रेम और स्नेह का संदेश देता है. इस त्योहार को मनाकर हम अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपना प्यार और स्नेह व्यक्त करते हैं.

रक्षा बंधन का त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और मिठाई बांटते हैं। इस दिन मंदिरों में भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

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