राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध (National Flag Essay in Hindi)
किसी राष्ट्र का “राष्ट्रीय ध्वज” उस राष्ट्र के स्वतंत्रता का प्रतीक है। प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का एक अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है। इसी प्रकार से हमारे देश का भी राष्ट्र ध्वज है, जिसे तिरंगा कहते हैं।

राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध (National Flag Essay in Hindi)
परिचय
राष्ट्रीय ध्वज देश की स्वतंत्रता का प्रतीक होता है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज में, तीन रंग विद्यमान हैं, इसके वजह से इसका नाम तिरंगा रखा गया है।
राष्ट्रध्वज की बनावट
इसकी प्रत्येक पट्टियां क्षैतिज आकार की होती हैं। सफेद पट्टी पर गहरे नीले रंग का अशोक चक्र अपनी 24 तीलियां के साथ तिरंगा की शोभा बढ़ा रहा है। जिसमें 12 तीलियां मनुष्य के अविद्या से दुःख तक तथा अन्य 12 अविद्या से निर्वाण (जन्म मृत्यु के चक्र से मुक्ति) का प्रतीक है।
भारत का राष्ट्रीय ध्वज, जिसे प्यार से तिरंगा कहा जाता है, तीन रंगों – केसरिया, सफेद और हरे रंग से बना है। केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है, सफेद रंग शांति और सत्य का प्रतीक है और हरा रंग समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है। ध्वज के केंद्र में नीले रंग का अशोक चक्र है, जो 24 तीरों से बना है। चक्र निरंतर गति और विकास का प्रतीक है।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास बहुत लंबा है। यह पहली बार 1906 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में फहराया गया था। उस समय ध्वज में तीन रंग थे, लेकिन ध्वज के केंद्र में कोई चक्र नहीं था। 1921 में, ध्वज में एक चलता हुआ चरखा जोड़ा गया था। यह चरखा भारत के स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक था।
1931 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कराची अधिवेशन में, ध्वज के डिजाइन में कुछ और बदलाव किए गए। चरखा को हटा दिया गया और इसके स्थान पर अशोक चक्र को जोड़ा गया। यह अशोक चक्र अशोक के स्तंभ से लिया गया था, जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है।
22 जुलाई 1947 को, भारतीय संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में तिरंगे को अपनाया। यह 15 अगस्त 1947 को, भारत की स्वतंत्रता के दिन, पहली बार आधिकारिक तौर पर फहराया गया था।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज एक राष्ट्रीय प्रतीक है और इसे पूरे देश में सम्मान के साथ लहराया जाता है। यह हमारे देश की स्वतंत्रता, एकता और अखंडता का प्रतीक है। यह हमें अपने देश के लिए गर्व और कर्तव्य की भावना से भर देता है।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अनुपात 3:2 है।
- ध्वज का केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है।
- सफेद रंग शांति और सत्य का प्रतीक है।
- हरा रंग समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है।
- ध्वज के केंद्र में नीले रंग का अशोक चक्र है, जो 24 तीरों से बना है।
- चक्र निरंतर गति और विकास का प्रतीक है।
- भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले लहराया जाता है।
- ध्वज को कभी भी फट या धब्बेदार नहीं होना चाहिए।
- ध्वज को कभी भी जमीन पर नहीं रखा जाना चाहिए।
- ध्वज को हमेशा सम्मान के साथ संभाला जाना चाहिए।
निष्कर्ष :-
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह हमें हमारी स्वतंत्रता, एकता और अखंडता की याद दिलाता है। यह हमें अपने देश के लिए गर्व और कर्तव्य की भावना से भर देता है। हमें हमेशा अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना चाहिए और इसे उचित सम्मान के साथ लहराना चाहिए।